रामकृष्ण परमहंस भारतीय आध्यात्मिक गुरु और महान संत थे। वे 19वीं सदी के महान आध्यात्मिक विचारक और धार्मिक विभूति थे जो काल्पनिकता के खिलाफ थे और सच्चे आध्यात्मिक अनुभव के महत्व को प्रमोट करते थे।
रामकृष्ण परमहंस ने विविध धार्मिक प्रक्रियाओं और साधना मार्गों को अपनाया और विभिन्न धार्मिक त्रैतीयों के माध्यम से दिव्यता की अनुभूति की। उनके शिष्य स्वामी विवेकानंद ने उनके विचारों को प्रसारित किया और भारतीय संस्कृति और धर्म को पश्चिमी दुनिया में प्रस्तुत किया।
रामकृष्ण परमहंस के जीवन और उनके उपदेशों का महत्वपूर्ण स्थान है और उन्होंने धार्मिक तथा आध्यात्मिक साहित्य को गहरा आकर्षित किया है।
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