वाग्भट एक प्रमुख आयुर्वेदिक चिकित्सक और चिकित्सा ग्रंथकार थे, जिनका काल 6वीं सदी के आस-पास माना जाता है। वे भारतीय चिकित्सा शास्त्र के महत्वपूर्ण ग्रंथ 'आष्टाङ्गहृदय' के लेखक हैं।
'आष्टाङ्गहृदय' आयुर्वेदिक चिकित्सा के मौलिक तत्वों को व्याख्यान करने वाला ग्रंथ है और यह आयुर्वेदिक चिकित्सा, औषधि, रोगों के निदान, और उपचार के प्रति महत्वपूर्ण ज्ञान प्रदान करता है। वाग्भट की 'आष्टाङ्गहृदय' चिकित्सा शास्त्र के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है और वे आयुर्वेद के महत्वपूर्ण सिक्षाप्रणेता के रूप में माने जाते हैं।
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